Mattā

कौन लोग मुबारक हैं? (इंजील : मत्ता 5:1-16)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

कौन लोग मुबारक हैं?

इंजील : मत्ता 5:1-16

जब ईसा(अ.स) के पास बहुत सारे लोग आए तो वो एक ऊँची जगह पर अपने शागिर्दों के साथ बैठ गए ।(1)

फिर उन्होंने सबको तालीम देना शुरू की और कहा:(2)

इन्साफ़ का दिन (इंजील : मत्ता 25:31-46)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

इन्साफ़ का दिन

इंजील : मत्ता 25:31-46

[ईसा(अ.स) ने इन्साफ़ के दिन के बारे में बताया। उन्होंने कहा,] “आदमी का बेटा पूरे नूर और ताक़त के साथ लौटेगा। वो फ़रिश्तों के साथ वापस आएगा और अपने तख़्त पर बैठेगा।(31)

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