कौन लोग मुबारक हैं? (इंजील : मत्ता 5:1-16)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

कौन लोग मुबारक हैं?

इंजील : मत्ता 5:1-16

जब ईसा(अ.स) के पास बहुत सारे लोग आए तो वो एक ऊँची जगह पर अपने शागिर्दों के साथ बैठ गए ।(1)

फिर उन्होंने सबको तालीम देना शुरू की और कहा:(2)

“मुबारक हैं वो लोग जिन की रूहें ज़रूरतमंद हैं,

क्यूँकि अल्लाह ताअला की बादशाही उन्हीं के लिए है।(3)

“मुबारक हैं वो लोग जो ग़मगीन हैं,

क्यूँकि उनको सुकून अता किया जाएगा।(4)

“मुबारक हैं वो लोग जो नरमी और सब्र से काम लेते हैं,

क्यूँकि उन लोगों को ही ये दुनिया विरासत में मिलेगी।(5)

“मुबारक हैं वो लोग जिन्हें नेक काम करने की भूख और प्यास हैं,

क्यूँकि उन लोगों को बेपनाह अता किया जाएगा।(6)

“मुबारक हैं वो लोग जो रहम करते हैं,

क्यूँकि उन पर भी रहम किया जाएगा।(7)

“मुबारक हैं वो लोग जो दिल के साफ़ हैं,

क्यूँकि वो लोग अल्लाह ताअला के नूर को देख लेंगे।(8)

“मुबारक हैं वो लोग जो अमन क़ायम करते हैं,

क्यूँकि उन्हीं को अल्लाह ताअला का सच्चा बंदा कहा जाएगा।(9)

“मुबारक हैं वो लोग जिनको नेकी करने की वजह से तकलीफ़ें दी गईं,

क्यूँकि अल्लाह ताअला की बादशाही उनके लिए ही है।(10)

“तुम लोग भी मुबारक हो जाओगे जब मेरी वजह से बेइज़्ज़ती सहोगे, तकलीफ़ें सहोगे और तुम पर इल्ज़ाम लगाए जाएंगे।(11) ख़ुशी मनाओ क्यूँकि जन्नत में तुम्हारे लिए एक बड़ा ईनाम है। लोगों ने तुमसे पहले भी नबियों के साथ ऐसा ही सुलूक किया।(12)

“तुम ज़मीन के नमक हो, लेकिन अगर नमक अपना मज़ा खो दे तो उसको दोबारा नमकीन नहीं बनाया जा सकता। नमक का मज़ा ख़त्म होने के बाद वो बेकार है। उसको बाहर फेंक दिया जाता है और लोग उसके ऊपर चलने लगते हैं।(13)

“तुम लोग वो रोशनी हो जो दुनिया में चमकती है। वो शहर जिसको पहाड़ों पर बसाया गया हो उसको छुपाया नहीं जा सकता।(14) उसी तरह से मोमबत्ती को जला कर नीचे नहीं छुपाया जाता बल्कि उसको ऊँची जगह पर रखा जाता है ताकि पूरे ख़ानदान को रौशनी मिले।(15) ठीक उसी तरह से तुमको भी लोगों के लिए मोमबत्ती की तरह चमकना चाहिए। जब लोग तुमको नेक काम करता देखेंगे तो अल्लाह रब्बुल आलमीन की तारीफ़ करेंगे, उस रब की जो तुम्हारा पालने वाला है।(16)