माँ-बाप और बच्चों के लिए हुक्म (इंजील : इफ़िसियों 6:1-4)

बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम

माँ-बाप और बच्चों के लिए हुक्म

इंजील : इफ़िसियों 6:1-4

बच्चों, तुम अपने माँ-बाप का ऐसे ख़्याल रखा करो कि जिस तरह तुम्हारा परवरदिगार चाहता है। ये एक नेक काम है।(1) कलाम हुक्म देता है, “अपने माँ-बाप की इज़्ज़त करो।”[a] ये पहला हुक्म है जिसके साथ एक वादा भी है।(2) वो वादा ये है: अगर अपने माँ-बाप की इज़्ज़त करें, तब “तुम्हारे सब काम ठीक हो जाएंगे और तुमको दुनिया में एक लम्बी ज़िंदगी हासिल होगी।”[b](3) वालिद के लिए ये हुक्म है कि वो अपने बच्चों को ग़ुस्सा ना दिलाएं, बल्कि उनकी परवरिश अपने परवरदिगार के बताए हुए क़ानून से करें।(4)