लुक़ास
फ़सल और मज़दूर (इंजील : लुक़ास 10:1-20)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
अल्लाह ताअला की बादशाहत (इंजील : लुक़ास 17:20-36)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
अल्लाह ताअला की बादशाहत
इंजील : लुक़ास 17:20-36
कुछ फ़रीसी लोगों ने (वो यहूदी लोग जो मूसा(अ.स) के क़ानून पर सख़्ती से अमल करते थे।) ईसा(अ.स) से पूछा, “अल्लाह ताअला की बादशाहत कब आएगी?”
निजात पाने का तरीक़ा (इंजील : लुक़ास 19:1-10)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
ईसा(अ.स) ने गुनाहों को माफ़ किया और बीमारों को शिफ़ा दी (इंजील : लुक़ास 5:17-26)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम
क्या हम ईसा(अ.स) को पहचान पाएंगे? (इंजील : लुक़ास 24:1-53)
बिस्मिल्लाह-हिर-रहमानिर-रहीम